ज़िंदा रहना है तो आँख, कान, मुँह बन्द करके जीना सीखो

यदि आपमें ये तीन गुण नहीं हैं, तो निश्चित मानिए आप कभी भी उन्नति नहीं कर पाएंगे।
यदि आप नौकरी कर रहे हैं, तो आपका प्रोमोशन नहीं होगा।
यदि आप व्यवसाय कर रहे हैं, तो घाटे में रहेंगे और एक दिन सपरिवार आत्महत्या कर लेंगे।
यदि आप चैतन्य साधू-संत हैं तो ना कोई प्रणामी देगा, न चढ़ावा चढ़ाएगा। ऊपर से दुतकारे जाएँगे हर जगह।
क्योंकि शैतानों ने व्यवस्था ही ऐसी बनाई है कि उन्नति करनी है, भुखमरी और बेरोजगारी से बचना है, तो आँख, कान और मुँह बंद करके ही जीना होगा, जैसे कि गोदी मीडिया जी रही है शान से। जैसे कि क्रिकेट खिलाड़ी और नेता अभिनेता जी रहे हैं शान से। जैसे कि सरकारी अधिकारी, कर्मचारी, विधायक, मंत्री जी रहे हैं शान से।
और जिन्होंने आँख, कान, मुँह बंद रखकर जीना नहीं सीखा, वे सूलियों पर चढ़ा दिये गए, फाँसी पर लटका दिये गए, जहर देकर मार दिया गया या फिर जेलों में सड़ा दिये गए।
इसलिए कहता हूँ कि आपके धार्मिक ग्रंथ, आपके आसमानी हवाई किताबें, आपके धर्म गुरु आदि जो भी नैतिकता, सात्विक्ता, सदाचार, सत्यवादिता की जो भी उपदेश देते हैं, वे सब झूठे हैं, व्यवहारिक्ता से कोसों दूर हैं। ये उपदेशक, स्वयं झूठ और अधर्म के पक्ष में खड़े पाये जाते हैं। ये धर्म और जातियों के ठेकेदार स्वयं देश व जनता को लूटने और लुटवाने वालों के पक्ष में खड़े पाये जाते हैं, या फिर मौन धारण करके अप्रत्यक्ष समर्थन कर रहे होते हैं।
यदि ज़िंदा रहना है तो आँख, कान, मुँह बन्द करके जीना सीखो। काल्पनिक किस्से कहानियाँ सुनाओ, चाँद के दो टुकड़े करवाओ, या फिर सूरज को ही निगल लो। पूर्वजों की शौर्यगाथाएँ सुनाओ नमक-मिर्च लगाकर। गप्पें हाँको कि हमारे पूर्वज तो 80 किलो का भला और 20 किलो की तलवार लेकर सुबह से लेकर शाम तक लड़ते थे बिना विश्राम किए।
शैतानी ताकतों के शैतानी षडयंत्रों के विरुद्ध जिनकी आवाज़ नहीं निकलती, देश लूटने और लुटवाने वालों के विरुद्ध जिनकी आवाज़ नहीं निकलती, वे बड़े शान से अपने-अपने आराध्यों की शोर्यगाथाएँ सुनाते हैं, ईशनिन्दा और बेअदबी के नाम पर उत्पात मचाते हैं।
आज भी स्थिति यह है कि यदि शैतानी ताकतों के विरुद्ध किसीने कुछ कहा, कुछ सुना या कुछ बोला, तो आईडी ब्लॉक हो जाएगी, आपकी वेबसाइट उड़ा दी जाएगी। आपके घर पुलिस पहुँच जाएगी और किसी भी आरोप में आपको जेल में ठूंस कर आपकी आवाज दबा दी जाएगी। या फिर दुनिया से ही हमेशा के लिए विदा कर दिये जाओगे।
एक हॉरर फिल्म का लिंक है नीचे, अवश्य देखिएगा ताकि मेरा यह लेख आसानी से समझ में आ जाए।
~ विशुद्ध चैतन्य
Support Vishuddha Chintan
