सरकारी महामारी फर्जी है

कहा था ना मैंने कि सरकारी महामारी फर्जी है केवल सर्दी जुकाम को ही महामारी बताकर आतंकित किया गया था ?
निमोनिया व अन्य बीमारियों से हुई मौतों के अलावा लापरवाही से हुई मौतों को सरकारी महामारी से हुई मौत बताकर शोर मचाया गया था ?
लीजिये अब प्रमाण भी आ गया।
अब ठंड से भी बचाव बहुत जरूरी है, सर्दी जुकाम भी नहीं होना चाहिए यदि सरकारी सुरक्षा कवच ले रखा है, अन्यथा कुछ भी हो सकता है और उसकी गारंटी कोई नहीं लेगा।
अर्थात सरकारी महामारी का जो सुरक्षा कवच दिया जा रहा है, वह आंतरिक सुरक्षा कवच को ध्वस्त करने के लिए दिया जा रहा है। वरना पहले कभी ऐसा नहीं हुआ कि सुरक्षा कवच धारी को इतना भयभीत होकर जीना पड़ा हो।
सरकारी सुरक्षा कवच लेने के बाद ज़िंदगी चिड़ियाघर में कैद जानवरों से भी बुरी होने वाली है…लेकिन जानता हूँ भक्ति के नशे में धुत्त लोगों को मरते दम तक मेरी बात समझ में नहीं आएगी।
और जिन राजनैतिक पार्टियों के पीछे आप लोग दुम हिलाते घूम रहे हो न, वे भी आपकी रक्षा नहीं कर पाएंगे इन नरपिशाचों से, क्योंकि वे भी गुलाम हैं नरपिशाचों के। और इसका प्रमाण यह कि किसी भी राजनैतिक पार्टी ने इस धोखाधड़ी का विरोध नहीं किया। उल्टे जनता को बर्गलाया सुरक्षा कवच लेने के लिए। और आप सोचते हैं ये जनता के हितैषी हैं ?
Support Vishuddha Chintan
