आध्यात्मिक गुरु कहते हैं; स्वयं को बदल लो सबकुछ बदल जाएगा

Multi-Dimension अर्थात बहुआयामी है यह जगत। एक ही जगत में बिलकुल विपरित वातावरण और मानसिकता के लोग रहते हैं।
इसीलिए आध्यात्मिक गुरु कहते हैं, स्वयं को बदल लो, सबकुछ बदल जाएगा।
यदि आपने कोई जघन्य अपराध किया है और ईडी, सीबीआई, पुलिस आपके पीछे पड़ी है। तो अपनी विचारधारा बदल लीजिए और सत्तापक्ष में शामिल हो जाइए। सीबीआई, ईडी, पुलिस स्वप्न की तरह गायब हो जाएंगे। आपको प्रतीत होगा कि आपने कोई बुरा स्वप्न देखा था।
यदि आप गरीबी, भुखमरी, बेरोजगारी से त्रस्त हैं। तो आप सत्ता पक्ष की भक्ति में डूब जाइए साधु संतों की तरह। आप पाएंगे कि आपके सारे कष्ट दूर हो गए, विदेशी कंपनियां करोड़ों के पैकेज लेकर आपके दरवाजे में खड़ी है और आपके एकाउंट में 15 लाख रुपए बरसाती मेंढकों की तरह उछल रहे हैं।
केवल स्वयं को बदल लीजिए, सबकुछ बदल जाएगा।
बहुआयामी होने के कारण, अमीर लोग अलग लेयर में रहते हैं। गरीब लोग अलग लेयर में रहते हैं। नेता और उनके भक्त अलग लेयर में रहते हैं। बाबा और उनके भक्त अलग लेयर में रहते हैं।
कोई इसी जगत में भजन कीर्तन करके नाच रहा होता है, कोई पुलिस की लाठियां खा रहा होता है।
आंखें बंद करिए और गहरी सांस लेकर कहिए, हर-हर…. घर्रर-घर्रर…. और कल्पना करिए कि नौलखा सूट पहने व्यक्ति के चरणों में पड़े हुए हैं आप। कुछ ही क्षणों के पश्चात आप पाएंगे कि आपके सारे कष्ट दूर हो गए।
क्योंकि यह जगत बहुआयामी है। एक माया है और यहां आप सबकुछ बदल सकते हैं केवल कल्पना करके। इसीलिए साधु संत कहते हैं कष्टों से मुक्ति पानी है तो भजन करो, कीर्तन करो, स्तुति वंदन करो, रोजा नमाज व्रत उपवास करो। लेकिन माफियाओं और लुटेरों का विरोध मत करो। क्योंकि उन्हीं की कृपा और दया पर आश्रित हैं सारे तीर्थ, धार्मिक स्थल, सारे ईश्वर, अल्लाह, देवी और देवता।
~ विशुद्ध चैतन्य
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