आज तक जो कुछ भी आप खा-पी रहे थे, वह सब ज़हर है

सोशल मीडिया पर अचानक से ऐसे वैज्ञानिकों की बाढ़ आ गयी है, जो यह सिद्ध कर रहे हैं कि आज तक जो कुछ भी आप खा-पी रहे थे, वह सब ज़हर है।
कोल्डड्रिंक जितने भी हमने पिये बचपन से लेकर आज तक, वे सभी टॉइलेट क्लीनर थे।
जो भी पैकेट बंद खाद्य पदार्थ हम खाते आ रहे थे, वे सब ज़हर हैं।
उबालकर खा रहे थे तो ज़हर खा रहे थे और तल कर या तड़का लगाकर खा रहे थे, तो ज़हर खा रहे थे।
अब मेरी समझ में यह नहीं आ रहा कि जब सर्दी-जुकाम से पीड़ित चार लोग एयरपोर्ट पर नजर आ जाएँ तो पूरे देश में लॉक डाउन लगा कर जनता की सुरक्षा करने वाली सरकारें अब तो सो क्यों रही थी ?
क्यों नहीं लॉक डाउन लगाया जब पहली बार चार लोगों ने लस्सी, सत्तू, मट्ठा का त्याग कर टॉइलेट क्लीनर को कोल्ड ड्रिंक समझ कर पीना शुरू किया ?
क्यों नहीं लॉक डाउन लगाया जब लोगों ने पहली बार चार लोगों ने डब्बा बंद, पैकेट बंद भोज्य पदार्थों का सेवन शुरू किया ?
क्यों नहीं लॉकडाउन लगाया जब पहली बार चार लोगों ने उबालकर, भूनकर या तड़का लगाकर खाना बनाना शुरू किया ?
क्यों नहीं लॉक डाउन लगाया जब पहली बार चार लोगों ने प्याज, लहसुन, मशरूम, मसूर की दाल खाना शुरू किया ?
~ विशुद्ध चैतन्य
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