कुछ कहना चाहता हूँ आपसे…

सम्मान की चाह या स्वतन्त्रता का चुनाव
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सम्मान की चाह या स्वतन्त्रता का चुनाव ?

महत्वपूर्ण यह नहीं कि कौन आपको चाहता है, बल्कि यह है कि कौन आपको महत्व देता है और आपका सम्मान करता है। अक्सर, जब हम दूसरों की नजरों में विशेष बनने की कोशिश करते हैं, तो अपनी मौलिकता खो बैठते हैं। हमें वैसा बनने की मजबूरी होती है, जैसा दूसरा चाहता है। इस प्रक्रिया में…

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gaanv kii sadak par daudati maut
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चिंकी और गाँव की सड़क पर दौड़ती मौत

यह है चिंकी। इसके भाई-बहन, रिंकी और मोटू, इसी महीने सड़क दुर्घटना का शिकार हो गए और इसे अकेला छोड़ गए। अब यह दिनभर उन्हें खोजती रहती है। जब वे नहीं मिलते, तो मेरे गोद में आकर बैठ जाती है और जाने क्या-क्या बड़बड़ाती रहती है। यह वही चिंकी है जो दो दिन पहले तक…

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आत्मनिर्भरता की राह में समर्थन और वास्तविकता का द्वंद्व

जब मैं आश्रम में था, तो आर्थिक सहयोग जुटाना कभी चुनौती नहीं रहा। एक साधारण पोस्ट पर दिनभर में 10-15 हजार रुपये सहजता से प्राप्त हो जाते थे। लेकिन पिछले एक वर्ष का अनुभव कुछ और ही सिखा गया। जब गाँव में लीज़ पर ली गई भूमि पर खेती शुरू करने के लिए बोरिंग कराने…

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जयकारा लगाने वाली भीड़ से घिरे रहने से बेहतर है नितांत अकेले रहना
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जयकारा लगाने वाली भीड़ से घिरे रहने से अच्छा है नितांत अकेले रहना

सत्ता की महिमा ! अभी-अभी जानकारी मिली कि पल्टू ने फिर पलटी मार ली सत्ता पाने के लिए। पता नहीं कितना सही है कितना गलत क्योंकि मैं गोदी मीडिया की खबरों पर विश्वास करता नहीं। लेकिन यह तो अवश्य मानता हूँ कि सत्ता का अपना ही महत्व होता है। और अब तो व्यक्तिगत अनुभवों से…

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भक्ति का ढोंग करने वाले ढोंगी समाज से मुक्त हो चुका हूँ मैं

इस वर्ष मुझे सबसे कम बधाइयाँ मिलीं और मैंने सबसे कम बधाइयाँ दी। जानते हैं क्यों ? क्योंकि मैं अब भक्तिमार्गी भी नहीं रहा। अर्थात मैंने उन सभी मार्गों का त्याग कर दिया आश्रम का त्याग करने के साथ ही, जो दूसरों के द्वारा निर्मित हैं, जिनके ठेकेदार और सदस्य स्वयं माफियायाओं और देश के…

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किचन गार्डन
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मुझे पढ़ने वाले सभी साहसी लोगों को वर्ष 2024 की ढेर सारी शुभकामनाएँ !

आज वर्ष का अंतिम दिन है और कल से नया वर्ष आरम्भ हो जाएगा। लोग नए वर्ष की बधाइयाँ देने लगेंगे और पेंट, शर्ट, जींस, टी-शर्ट पहने गले में भगवा गमछा डाले सिखाने निकलेंगे देशभक्ति। कहेंगे कि भारतीय नववर्ष तो मार्च में आता है, विदेशियों का नववर्ष क्यों मना रहे हो ? और इन देशभक्तों…

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क्रांतिकारी होने से लाख गुना अच्छा है विद्रोही होना
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क्रांतिकारी होने से लाख गुना अच्छा है विद्रोही होना

पहले मेरी धारणा थी कि क्रांतिकारी होना गर्व की बात है। लेकिन बरसों बाद समझ में आया कि क्रांति करने के लिए संगठन, पार्टी का सदस्य होना पड़ता है। अकेला व्यक्ति ना तो क्रान्ति कर सकता है, न ही क्रान्तिकारी हो सकता है। क्रांति तभी घटित होगी, जब सामूहिक चेतना जागृत होगी। लेकिन ऐसा तभी…

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कर्मवाद और कर्मयोग में अंतर है
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कर्मवाद का आधार है चाकरी और गुलामी

मानव का जन्म माफियाओं और देश के लुटेरों की चाकरी करने के लिए हुआ है। और जो चाकरी या गुलामी से इंकार कर दे, वह ढोंगी, पाखंडी, हरामखोर है, मुफ्तखोर है। ऐसी धारणा को धारण करके कोल्हू का बैल बनकर माफियाओं और लुटेरों की सेवा करना कर्मवाद कहलाता है। कर्मवाद का आधार ही है चाकरी…

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मैं किताबी धर्मगुरु नहीं हूँ
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मैं कोई धर्मगुरु नहीं हूँ और ना ही हूँ किसी भी किताबी धर्म का ज्ञाता

कुछ लोगों ने भ्रम पाल रखा है कि मैं कोई धर्मगुरु गुरु हूँ जबकि मैं किसी भी किताबी धर्म का न तो ज्ञाता हूँ और न ही गुरु हूँ | हाँ मानव के रूप में जन्म लिया इसलिए मानवता को समझता हूँ, जानता हूँ और यह स्वाभाविक है | क्योंकि मैं पैदा होने के बाद…

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विशुद्ध चैतन्य
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सिपाही और क्रांतिकारी वही अच्छे लगते हैं जो शहीद हो जाते हैं

कहते है कि सिपाही और क्रांतिकारी वही अच्छे लगते हैं, जो दुनिया भर के कष्ट सहते हुए शहीद हो जाते हैं। सहयोग मांगे तो भिखारी और खराब भोजन की शिकायत करें तो पागल कहलाते हैं।

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स्वयं को बदलो दूसरों को नहीं !
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स्वयं को बदलो, दूसरों को बदलने का प्रयास करना मूर्खता है

चैतन्य आत्माओं ने कहा, “स्वयं को बदलो, दूसरों को बदलने का प्रयास करना मूर्खता है”। वे बिलकुल सही कहते हैं। दूसरे कभी बदलते नहीं, भले उन्हें बदलने के चक्कर में आप स्वयं बर्बाद हो जाएँ। बहुत से लोगों को लगता होगा कि मोटीवेशनल गुरु, आध्यात्मिक गुरु, धार्मिक गुरु, जातिवादी गुरु लोगों को बदल देते हैं।…

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आध्यात्मिक व्यक्तियों के लिए भोजन करने के नियम

भोजन करते समय मुझे एकांत चाहिए होता है। और यदि सामूहिक भोज में भी बैठना पड़े, तो ऐसा स्थान होना चाहिए, जो रास्ते में ना पड़ता हो, जहां अनावश्यक आवागमन ना हो रहा हो, लोग चीख चिल्ला ना रहे हों। भोजन के समय शांति रहनी चाहिए और ऐसे लोगों को वहां नहीं होना चाहिए, जो…

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