सामाजिक विभाजन

vinash kii kagaar par bharat
| | |

साम्प्रदायिकता और जातिवाद: भारत के विनाश का आह्वान

कभी सोवियत संघ नामक एक विशाल राष्ट्र हुआ करता था, जो अपनी ताकत और एकता के लिए जाना जाता था। भारत की तरह ही वह भी विविधताओं से भरा था। लेकिन फिर विदेशी ताकतों, खासकर सीआईए ने अपने षड्यंत्र रचे और यह महाशक्ति टुकड़ों में बिखर गई। आज रूस के सामने चेचन्या जैसे क्षेत्रों को…