स्वयं को स्वीकारें: अपनी मौलिकता का सम्मान करें
बचपन से हमें यह सिखाया जाता है कि हमें दूसरों जैसा बनना चाहिए। माता-पिता, परिवार और समाज अक्सर हमें वैसे स्वीकार नहीं कर पाते जैसे हम वास्तव में होते हैं। परिणामस्वरूप, हम अपनी मौलिकता को दबा देते हैं और दूसरों की नकल करने की होड़ में लग जाते हैं। हमारी शिक्षा, परिवेश और सामाजिक अपेक्षाओं…