पिशाच पूंजीवाद की राजनीति और अध्यात्म पर मंडरा रहा खतरा
आज के समय में हम सबने देखा है कि कैसे पूरे विश्व में पिशाच पूंजीवादी राजनीतिज्ञों, फार्मा माफियाओं और उनके दलालों ने एक प्रायोजित महामारी का सहारा लेकर मानवता को मानसिक रूप से बंधक बना लिया। थाली-ताली बजवाकर, धार्मिकता के नाम पर लोगों को अंधकार में धकेलते हुए, उनके स्वास्थ और मानसिकता पर कहर बरसाया…