अहंकार

अहंकार मुक्त जनता कारण है पराधीनता का
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भारत की पराधीनता का प्रमुख कारण क्या है ?

यदि कोई मुझसे पूछे कि भारत की पराधीनता का प्रमुख कारण क्या है ? तो मेरा उत्तर होगा अहंकार मुक्त साधु-संतों की अहंकार मुक्त शिक्षाओं और स्वार्थपूर्ण भक्ति में डूबी जनता प्रमुख कारण है। यदि पूछा जाये मुझसे कि शिक्षित होने के बाद भी युवा वर्ग अपने देश को पराधीनता से मुक्त क्यों नहीं कर…

अपने अपने अहंकार पर सबको बड़ा नाज़ है
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अपने-अपने अहंकार पर सबको बड़ा नाज़ है

किताबी और पारंपरिक धार्मिकों का अहंकार है कि हम महान हैं क्योंकि हमारे आराध्य, हमारे पूर्वज, हमारे गुरु, हमारे पैगंबर महान थे। डिग्रीधारी नास्तिकों का अहंकार है कि हम महान हैं, क्योंकि वैज्ञानिक नास्तिक हैं, डॉक्टर्स नास्तिक हैं, आविष्कारक नास्तिक हैं। उड़ रहे हैं सभी अपनी अपनी काल्पनिक महानताओं की ऊंचाइयों में बिना यह देखे…

काम क्रोध लोभ मोह से भयभीत समाज
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काम, क्रोध, लोभ, मोह और अहंकार से भयभीत समाज

काम, क्रोध, लोभ, मोह, अहंकार को इतना तिरस्कृत किया गया है कि ये मानव के भाव न होकर किसी दूसरे ग्रह से आयातित भाव लगते हैं। काम – सृष्टि का मूल केंद्र है लेकिन सर्वाधिक निन्दित भी है। क्रोध – असहमति व अधिकार जताने का स्वाभाविक गुण लेकिन निन्दित है। लोभ – प्रेरणा है जीवन…

हमारी शिक्षा और गुरु का महत्व
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हमारी शिक्षा और गुरु का महत्व: आत्मज्ञान की ओर एक यात्रा

कोई भी ज्ञान बाहर से नहीं आता, सब कुछ हमारे भीतर ही विद्यमान है। हम केवल उसे खोजते हैं और उसे पुनः आविष्कार करते हैं, क्योंकि हम अनेकों जन्मों में अनुभव प्राप्त करते हैं और हर जन्म में कुछ न कुछ नया सीखते हैं। अब तो विज्ञान भी इस बात से सहमत है कि पुनर्जन्म…

क्षमा एक महान परोपकार
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क्या होता यदि हमारे माता-पिता हमारी भूलों के लिए हमें क्षमा नहीं करते ?

क्षमा करना और किसी को उनकी भूल के लिए माफ़ी देकर आत्मग्लानि से मुक्ति दिलाना, निःसंदेह सबसे बड़ा परोपकार है। क्षमा करने की प्रक्रिया में, क्षमा करने वाला व्यक्ति क्षमा पाने वाले से कहीं अधिक संतोष और मानसिक शांति का अनुभव करता है। यदि गहराई से विचार करें, तो पाएंगे कि कोई भी गलती, चाहे…