क्या कभी आपने प्रश्न किया कि समाज क्या है ?
साधु समाज का संन्यासी एक सामाजिक संन्यासी होता है। वह बिना समाज के जी नहीं सकता। इसीलिए ऐसे संन्यासी हरिद्वार, ऋषिकेश, काशी, वृंदावन, दिल्ली जैसे शहरों में पाये जाते हैं। लेकिन स्वतंत्र एकांतप्रिय संन्यासी असामाजिक होते हैं। वे शहरों, तीर्थस्थलों और भीड़ में नहीं पाए जाते। असामाजिक से यहां तात्पर्य है जो ’समाज’ नामक माफियाओं…