असली और नकली हर क्षेत्र में, हर समाज में, हर देश में होते हैं
कल रात किसी से चैट हो रही थी । उनके कहने का भाव जो मेरी समझ में आया वह यह कि भारत की राजनीति और यहाँ की जनता में कोई सुधार संभव नहीं है । आप इनको जागृत करना चाहते हैं, इनको चैतन्य करना चाहते हैं, यह मुर्खता ही है । बड़े बड़े महात्मा, जैसे…