उत्तम खेती मध्यम बान, निकृष्ट चाकरी, भीख निदान
मजदूरी करना यदि गौरव की बात होती, किसानी करना यदि गौरव की बात होती, तो चाकरी या गुलामी करने वाले लोग आदर्श ना होते समाज के। अक्सर देखता हूँ लोगों को कहते हुए कि देखो फलाने की माँ, फलाने का पिता मजदूरी करता था या किसानी करता था। आज वह आईएएस बनकर अपने माता-पिता का…