महंगाई, भ्रष्टाचार, बेरोजगारी से त्रस्त लोगों से आप दान की आशा कैसे कर लेते हैं ?
पूछा है प्रश्न मुझसे M Kumar ने; “इतनी भयंकर बेरोजगारी, महंगाई, और भ्रष्टाचार को देखते हुए आप लोगों से दान की आशा कैसे कर लेते हैं ?” सार्थक प्रश्न पूछा है आपने। जिस देश में डायन महंगाई विकास की मौसी बन गयी हो, उस देश में दान की आशा कैसे कर सकता हूँ मैं ?…