बाजार में बिकने वाले कौशल को आज हुनर कहते हैं
आज की दुनिया में हुनर, उसका उपयोग और उसकी कद्र तीनों का मोल अलग-अलग नजर आता है। समाज की इस व्यवस्था में, जहाँ जुमलेबाज नेताओं और सामाजिक भेदभाव फैलाने वालों को करोड़ों का अनुदान मिलता है, वहीं सच्चे और ईमानदार प्रयासों की कद्र करना जैसे भूल गया है। यह लेख समाज के इसी विरोधाभास पर…