धन्य है मेरा देश और धन्य है हमारी भक्ति !
ओ बलमा…ओ बलमा…. तेरा रस्ता देख रही हूँ… और बीड़ी जलइले…. जैसे सात्विक मन को शीतलता देने वाले भक्ति गीतों के साथ ही कल माँ सरस्वती जी का विसर्जन हो गया। बच्चे बहुत ही हर्ष उल्लास के साथ सुबह से ही दौड़ धुप मचा रहे थे। और होते भी क्यों नहीं ? आखिर एक ही…