राजनीति और मानवता: एक विरोधाभासी संबंध
राजनीति और मानवता, ये दोनों सदैव विपरीत ध्रुव प्रतीत होते रहे हैं। जबकि आदर्श स्थिति यह होनी चाहिए थी कि राजनीति में वही व्यक्ति सक्रिय हों, जो मानवीय गुणों से परिपूर्ण और मानवता के प्रति समर्पित हों। परंतु विडंबना यह है कि राजनीति में सफलता उन्हीं को मिलती है, जिनमें मानवता का ह्रास हो चुका…