हमारे पुर्वज स्वतंत्र और आत्मनिर्भर थे
हमारे पुर्वज स्वतंत्र, आत्मनिर्भर थे, किसी के गुलाम नहीं, क्योंकि वे न डिग्रीधारी थे न गुलाम थे, बल्कि शिक्षित थे!
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“बहुत पढ़ा हमने फलाने को ढिकाने को।” “बचपन से उनके सानिन्ध्य में रहे हम कई बरसों तक।” सारे शास्त्र, धार्मिक ग्रंथ कंठस्थ हैं हमें, एक-एक आयतें और श्लोक ज़बानी याद है। अरे ऑक्सफोर्ड, कैम्ब्रिज, केलिफोर्निया यूनिवर्सिटी का टॉपर हैं हम ! भला हमसे बड़ा ज्ञानी और कौन होगा इस दुनिया में ? ऐसे बहुत से…