गाँव

क्या खोया और क्या पाया
|

वर्षांत चिंतन: बीते वर्ष में क्या खोया और क्या पाया

Shares

आज वर्ष 2024 का अंतिम दिन है। हम अगले वर्ष 2025 में फिर इसी मंच पर मिलेंगे। लेकिन आज का दिन विशेष है। यह दिन हमें ठहरकर चिंतन-मनन करने का अवसर देता है—क्या खोया, क्या पाया और किस दिशा में हमारा जीवन बढ़ रहा है। पिछले वर्ष, यानी 2023 के नवम्बर में, मैंने आश्रम जीवन…

Shares
eb77c2cb0599e5aba667d1c158ccb02f
| | |

बचपन के दौरान लालटेन में पढ़ाई कम हंसी-ठिठोली और आनंददायक जीवन!

Shares

हमारे बचपन के ढिबरी लेम्प या लालटेन के नीचे पढ़ाई कम हँसी ठिठोली या न से भरा आनंददायक जीवन!

Shares