स्वयं को सुधारना: गाँधी जी के तीन बंदरों से आगे की सोच
“गुरु जी आप महान है। लेकिन ये महानता कब एकत्र होगी ओर देश का कल्याण होगा। सभी तरफ गलत ही गलत है। हम सिर्फ अपने को सुधार सकते ओर रहै है लेकिन कुछ नही कर सकते । न भक्त सिंह बन सकते ओर न गांधी जी। कोई रास्ता नही दिखाई देता ओर सिर्फ अपने गुणों…