ग़ुलाम

सच्चे कर्मयोगी होते हैं शैतान और उनके ग़ुलाम
|

शैतान की ग़ुलाम तीन उँगलियाँ आपकी तरफ उठ जाएँगी

“भला आदमी तो कभी खाली भी बैठ जाए, बुरा आदमी बिलकुल खाली नहीं बैठ सकता। कुछ न कुछ करने की कोशिश जारी रहेगी।” – ओशो बुरा व्यक्ति हो या आत्मा कर्मवाद के सिद्धान्त का अनुसरण करते हैं। भला व्यक्ति कर्मवाद पर इतना ध्यान नहीं देगा। वह संतुष्ट है तो अपनी धुन में मस्त रहेगा, अकेला…

ईश्वर ने किसी को नौकर या ग़ुलाम बनाकर नहीं भेजा
| | |

ईश्वर ने किसी को भी नौकर या ग़ुलाम बनाकर नहीं भेजा

निकम्मा अर्थात जो कमा न रहा हो या जिसके पास कमाई का कोई साधन न हो। उदाहरण: बेरोजगार, अयोग्य, असफल व्यक्ति। मुफ्तखोर अर्थात जो बिना कीमत चुकाए खा रहा हो। उदाहरण: भिखारी, वे साधु-संन्यासी जिनके पास अपना कोई व्यवसाय न हो, जो भीख या दान पर आश्रित हों। इन दो संबोधनों पर यदि ध्यान दें,…