जीवन

स्वाभिमान और अनुभव की कहानी
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जीवन के उतार-चढ़ाव: स्वाभिमान और अनुभव की कहानी

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मनुष्य का जीवन हमेशा एक जैसा नहीं होता। मेरे जीवन ने भी इस सत्य को बार-बार सिद्ध किया है। कभी आसमान की ऊँचाइयों को छुआ है, तो कभी फुटपाथ पर अपनी रातें बिताई हैं। यह कहानी उन अनगिनत पलों की है, जो मेरे अनुभवों की थाती हैं। कभी मैं देश की जानी-मानी हस्तियों, म्यूजिक कंपनियों…

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क्या खोया और क्या पाया
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वर्षांत चिंतन: बीते वर्ष में क्या खोया और क्या पाया

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आज वर्ष 2024 का अंतिम दिन है। हम अगले वर्ष 2025 में फिर इसी मंच पर मिलेंगे। लेकिन आज का दिन विशेष है। यह दिन हमें ठहरकर चिंतन-मनन करने का अवसर देता है—क्या खोया, क्या पाया और किस दिशा में हमारा जीवन बढ़ रहा है। पिछले वर्ष, यानी 2023 के नवम्बर में, मैंने आश्रम जीवन…

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कभी किसी को वचन मत देना
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भूलकर भी किसी को वचन मत देना

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मुल्ला नसरुद्दीन मरता था तो उसने अपने बेटे को कहा कि अब मैं तुझे दो बातें समझा देता हूं। मरने के पहले ही तुझे कह जाता हूं इन्हें ध्यान में रखना। दो बातें हैं। एक आनेस्टी (ईमानदारी) और दूसरी है—विजडम (बुद्धिमानी)। तो, दुकान तू सम्हालेगा, काम तू सम्हालेगा। दुकान पर तखती लगी है आनेस्टी इज…

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सुख दुःख के साथी
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सुख और दुःख में साथ खड़े होने वालों का महत्व: ओशो का दृष्टिकोण

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जीवन में जब हम सुखी होते हैं, तो हमारे आसपास बहुत से लोग खड़े नजर आते हैं। यही स्थिति दुःख के समय भी होती है। अक्सर हम मान लेते हैं कि ये लोग, जो हमारे सुख और दुःख में साथ खड़े होते हैं, हमारे अपने हैं। लेकिन क्या वास्तव में ऐसा है? ओशो का कहना…

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जीवन का उद्देश्य
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क्या जीवन का उद्देश्य परम्पराओं का निर्वहन है ?

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जीवन का उद्देश्य क्या है ? यह प्रश्न लगभग हर व्यक्ति के मन में उठता है। लेकिन इस प्रश्न का उत्तर तलाशने की दिशा में बहुत कम लोग प्रयास करते हैं। अधिकांश लोग अपने जीवन को एक प्रीप्रोग्राम्ड स्वचालित मशीन की तरह जीते हैं। उनके लिए जीवन बस एक ढर्रे पर चलता हुआ क्रम है,…

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जीवन के दो मार्ग गुलामी या आजादी
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जीवन के दो मार्ग: गुलामी या आजादी ?

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जीवन में मार्गों की कोई कमी नहीं है। कहने और दिखाने के लिए सैकड़ों रास्ते उपलब्ध हैं। आनंदमार्ग, परमानंदमार्ग, सत्यमार्ग से लेकर महात्मा गांधी मार्ग, राष्ट्रीय राजमार्ग तक; धर्मों से जुड़ी पहचान—हिंदू, मुस्लिम, सिख, ईसाई, जैन, बौद्ध, यहूदी—और राजनीतिक विचारधाराएँ—वामपंथ, दक्षिणपंथ, उग्रपंथ, गरमपंथ—हर ओर आपको विकल्प दिखाई देंगे। लेकिन इन तमाम विकल्पों की भीड़ में…

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त्याग और स्वतंत्रता: मेरी जीवन की क्रांति

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25-30 वर्ष पहले जो घरों की शान हुआ करते थे, जिन्हें बड़े सम्मान और गर्व के साथ रखा जाता था, आज लोग उन्हें भूल चुके हैं। आज कोई दहेज में कैसेट डेक या टू-इन-वन नहीं मांगता। जानते हैं क्यों ? क्योंकि उपयोगी वस्तु हो, पशु हो, या इंसान, एक दिन अनुपयोगी हो जाता है। एक…

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लक्ज़री बाबा उर्फ चुनमुन परदेसी

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यह बात कई हज़ार साल पुरानी है। एक राज दरबार में चुनमुन नाम का एक कर्मठ दरबारी हुआ करता था। एक दिन उसके मन में वैराग्य का भूत सवार हुआ। उसने सरकारी नौकरी, यानी “राजा की चाकरी,” छोड़ दी और संन्यासी बन गया। मन में यह भाव था कि अब हर तरफ़ जय-जयकार होगी, त्यागी-बैरागी…

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मुझमें और बाकी सभी पंथों के साधु-संन्यासियों में बहुत अंतर है

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आजकल अचानक से ओशो छा गए हैं सोशल मीडिया पर। दिन भर ओशो के विचार और प्रवचन शेयर हो रहे हैं विभिन्न पेजों के माध्यम से। और यदि ध्यान दें, तो पाएंगे कि ओशो के जो भी विचार शेयर किए जा रहे हैं, वे उन विचारों से भिन्न नहीं है जो अन्य पंथों, संप्रदायों के…

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मैं एकाँकी क्यों बन गया
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मैं एकाँकी क्यों बन गया ?

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ऐसा नहीं है कि मैंने दूसरों के साथ रहने या दूसरों को अपने साथ रखने का प्रयास नहीं किया। ऐसा भी नहीं है कि मैं कभी किसी और के साथ नहीं रहा और शुरू से ही एकाँकी जीवन जिया। लेकिन दूसरों ने ही मुझे समझाया कि मैं उनमें से नहीं हूं, किसी अन्य ग्रह से…

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विश्व की सभी सरकारें ग़ुलाम हैं माफियाओं की
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क्या इस दुनिया में हम माफियाओं की चाकरी और गुलामी करने के लिए ही आए हैं ?

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कीनू रीव्स #KeanuReeves की एक मूवी सिरीज़ #JohnWick देख रहा था। जॉन माफियाओं की दुनिया से मुक्त होकर सामान्य जीवन जीना चाहता है लेकिन उसके पालतू कुत्ते की हत्या कर देते हैं माफियाओं के गुंडे और उसके घर में तोड़ फोड़ मचाकर उसकी कार चुरा ले जाते हैं। जिसका बदला लेने के लिए वह माफियाओं…

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श्रेष्ठ जीवन शैली
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कौन सी जीवन शैली मानव जाति के लिए श्रेष्ठ जीवन शैली है ?

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कहते हैं हिन्दुत्व जीवन शैली है, इस्लाम जीवन शैली है, जैन, बौद्ध, सिक्ख, ईसाई जीवन शैली है। फिर विभिन्न गुरुओं ने विभिन्न जीवन शैलियाँ बताई। विदेशी गुरुओं की जीवन शैली भारतीय गुरुओं की जीवन शैली से भिन्न है। फिर मांसाहारी गुरुओं द्वारा दी गयी जीवन शैली और शाकाहारी, फलाहारी, दुग्धारी गुरुओं द्वारा दी गयी जीवन…

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