जिद्दु_कृष्णमूर्ति

स्वयं को स्वीकारें
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स्वयं को स्वीकारना: डर से पार पाने का पहला कदम

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डर एक ऐसा भाव है जिसे हम सभी जीवन के अलग-अलग पड़ावों पर अनुभव करते हैं। हालांकि अनिश्चितता या खतरे जैसे बाहरी कारण डर को जन्म दे सकते हैं, इसका सबसे गहरा स्रोत हमारे भीतर होता है। जैसा कि जिद्दु कृष्णमूर्ति ने कहा है,“डर के प्रमुख कारणों में से एक यह है कि हम स्वयं…

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