लुटते-पिटते देश में थाली-ताली बजाकर नाचना भी सकारात्मकता कहलाता है
ओशो चले गए और छोड़ गए इस्कॉन टाइप के भक्त और अनुयायी। जो नाच-गा कर जनता का और अपना मनोरंजन करते रहते हैं।
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