इस धरती से किसी को प्रेम नहीं, आओ चले इस को नष्ट छोड़, चांद-सितारे ओर ग्रहों पर !
इस धरती से किसी को प्रेम नहीं, आओ चले इस धरती को नष्ट छोड़, चांद सितारों ओर ग्रहों पर!
By visiting our site, you agree to our privacy policy regarding cookies, tracking statistics, etc.