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आसमान से उतरे सात्विक और हलाल भोजन
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आसमान से उतरे सात्विक और हलाल भोजन

प्राचीनकाल में जब देवी-देवता, ईश्वर/अल्लाह पढे-लिखे नहीं होते थे, संस्कृत, अँग्रेजी और अरबी/फारसी नहीं जानते थे, तब तक सात्विक/पाक/हलाल भोजन का ज्ञान किसी को नहीं था। फिर एक दिन ईश्वर/अल्लाह, देवी-देवताओं ने कान्वेंट स्कूलों में दाखिला लिया और पढ़े-लिखे डिग्रीधारी हो गए। फिर उन्होंने सात्विक/पाक/हलाल भोजन की किताबें लिख कर पैराशूट से जमीन पर उतारी।…