भारत का हर नौजवान कुंठित है, फ्रस्ट्रेटेड है
भारत का युवा, जिसे दुनिया का भविष्य और परिवर्तन का वाहक माना जाता है, आज कुंठा और निराशा के गहरे भंवर में फंसा हुआ है। यह समस्या केवल आर्थिक या शैक्षणिक नहीं है, बल्कि यह हमारे समाज की गहराई में जड़ें जमाए उस मानसिकता का परिणाम है, जो युवा को अपनी जिंदगी का निर्णय लेने…