कर्मफल जैसा कोई फल नहीं
कर्मफल का सिद्धान्त भी अब तर्क संगत नहीं रहा। कहते हैं बुरे कर्मों का बुरा फल मिलता है और अच्छे कर्मों का अच्छा फल मिलता है। और बुरा फल होता क्या है ? बुरा फल अर्थात दरिद्रता, महामारी, सूखा, भुखमरी, बेरोजगारी, या फिर समाज/ सरकार का क्रोध/सजा भुगतना। यदि यही बुरे कर्मों की सजा है,…