स्वतन्त्रता विहीन लोकतन्त्र
हर देश की शर्तें थी कि हम खुश हैं कि आप यहां रह जाए,
लेकिन आप सरकार के खिलाफ कुछ भी न बोलें और आप इस देश के धर्म के खिलाफ कुछ भी न बोलें। बस ये दो चीजों का वजन, इन दो शर्तों को अगर आप पूरा करें, तो आपका स्वागत है। वही हालत इस देश में भी है।