नैतिक

पूर्व जन्मों के संचित कर्म
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पूर्वजन्मों का संचित कर्म तय करता है कि आपका जीवन कैसा होगा

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सोशल मीडिया पर आध्यात्म मत परोसिए। क्योंकि आध्यात्म कोई परोसने की चीज है ही नहीं। आध्यात्म तो स्वयं को जानने, समझने का माध्यम मात्र है। बहुत से लोग मुझसे अपेक्षा करते हैं कि सोशल मीडिया पर राजनैतिक लेखों की बजाय आध्यात्मिक लेख लिखा करूँ। लेकिन आध्यात्मिक लेख लिखने का लाभ क्या है ? ये जो…

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The Naked Truth
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The Naked Truth: सत्य पूर्णतः नग्न और नैतिक-अनैतिक से परे होता है

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यदि कोई पूछे मुझसे कि आध्यात्मिक और अदानी-अंबानी होने में कोई अंतर है ? तो मेरा उत्तर होगा आध्यात्मिक होने और अडानी-अंबानी होने में कोई अंतर नहीं। धार्मिक होने और अडानी-अंबानी होने में भी कोई अंतर नहीं। क्योंकि आध्यात्मिक और धार्मिक दोनों की दौड़ धन, सम्पत्ति और ऐश्वर्य के लिए ही है। बड़े-बड़े त्यागी बैरागी,…

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geeta saar
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गीता सार: जो हुआ अच्छा हुआ और जो हो रहा है अच्छा ही हो रहा है !

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गीता सार: अकसर ऐसे महान विद्वानों से मेरी भेंट हो जाती है, जो बात-बात पर श्रीकृष्ण ने कहा था…श्री राम ने कहा था….. कहकर ही अपनी बात कहते हैं। मेरी समझ में यह नहीं आता कि राम और कृष्ण ने जो कुछ कहा अपने अनुभव व ज्ञान से कहा, लेकिन अब उनको दोहराने का लाभ…

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