Trust अर्थात विश्वास जब तक अंधा है तभी तक विश्वास है
जब बात आती है सम्बन्धों की, रिश्तों की, तो अधिकांश मानते हैं कि रिश्ते-नाते, प्यार वफा सब, बातें हैं बातों का क्या ? असल में हम सम्बन्धों की मर्यादाएं भूल जाते हैं। हम यही भूल जाते हैं कि किस्से कितना अपनापन रखना चाहिए और किस्से कितनी दूरी रखनी चाहिए। सभी सम्बन्ध और सम्बन्धी आपके हितैषी…