परमात्मा

IMG 20230812 WA0003
| |

“गण के तंत्र” गुलामी में तब्दील, अधर्म की पराकाष्ठा पर स्वतंत्रता की विजय है?

Shares

“गण के तंत्र” गुलामी में तब्दील, अधर्म की पराकाष्ठा पर स्वतंत्रता की विजय है! पूंजीवाद के गुलाम नौकरी के पट्टा पहना स्वतंत्रता की बात करते हैं? पूंजीवादी सरकारी व्यवस्था मानवता को किस तरह गुलामी का पट्टा पहना अपना शिकार करती है? परमात्मा ने हमें प्रकृति के स्वतंत्र व्यवस्था में हमें पूरी तरह प्रकृति के साथ…

Shares
IMG 20230807 WA0008
| |

कहीं कोई सांपनाथ तो कहीं कोई नागनाथ….

Shares

चुनावी सीजन के फूल तो राजनीति में, गेरुवा के गुलशन गुलशन से ही उनके भेड़ों में खिलते हैं और राजनीति में दमकते हैं। और उन पूंजीवाद के गुलशन-गुलशन के फूल तो उन राजनीतिज्ञ के चमन-चमन से खिल कर, पुरोहितवाद में जा बरसते हैं और उन भेड़ों में जा दमकते हैं और फिर राजनीतिज्ञ चांद सितारों में जा चमकते हैं..

Shares
IMG 20230711 WA0004
|

मैं अपने शारीरिक, मानसिक और आध्यात्मिक स्वास्थ्य की जिम्मेदार खुद हूं

Shares

मैं अपने शारीरिक, मानसिक और आध्यात्मिक स्वास्थ्य की जिम्मेदार खुद हूं, गुलाम नहीं, मैं स्वतंत्र हूं!

Shares