रिलीजन हो या सम्मान दूसरों से प्राप्त होता है
रिलीजन अर्थात किसी मत, मान्यता, परम्परा, धारणा, विचार या व्यक्ति विशेष को मानने वालों का समूह/सम्प्रदाय। रिलीजन का हिन्दी अर्थ सम्प्रदाय ही होगा, धर्म नहीं। और रिलीजन चाहे कोई भी हो, वह उसका अनुभव है, जिसके कारण रिलीजन अस्तित्व में आया, ना कि अनुयाइयों का। इसीलिए अनुयायी रिलीजन बदलते रहते हैं अपने अपने स्वार्थ और…