संबंध

एकांतप्रिय होने कोई बीमारी नहीं है
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आज समाज के नाम पर केवल राजनैतिक, साम्प्रदायिक और जातिवादी भीड़ दिखाई देती है

जो व्यक्ति समाज और भीड़ से अलग एकांत में रहना पसंद करते हैं और सीमित लोगों से ही मिलते-जुलते या बातचीत करते हैं, उन्हें मनोविज्ञान में “इंट्रोवर्ट” (Introvert) कहा जाता है। इंट्रोवर्ट के लक्षण: 1. एकांत प्रियता: ऐसे लोग अकेले समय बिताना पसंद करते हैं और इसमें उन्हें ऊर्जा मिलती है। उनके लिए एकांत एक…

सुख दुःख के साथी
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सुख और दुःख में साथ खड़े होने वालों का महत्व: ओशो का दृष्टिकोण

जीवन में जब हम सुखी होते हैं, तो हमारे आसपास बहुत से लोग खड़े नजर आते हैं। यही स्थिति दुःख के समय भी होती है। अक्सर हम मान लेते हैं कि ये लोग, जो हमारे सुख और दुःख में साथ खड़े होते हैं, हमारे अपने हैं। लेकिन क्या वास्तव में ऐसा है? ओशो का कहना…

क्षमा एक महान परोपकार
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क्या होता यदि हमारे माता-पिता हमारी भूलों के लिए हमें क्षमा नहीं करते ?

क्षमा करना और किसी को उनकी भूल के लिए माफ़ी देकर आत्मग्लानि से मुक्ति दिलाना, निःसंदेह सबसे बड़ा परोपकार है। क्षमा करने की प्रक्रिया में, क्षमा करने वाला व्यक्ति क्षमा पाने वाले से कहीं अधिक संतोष और मानसिक शांति का अनुभव करता है। यदि गहराई से विचार करें, तो पाएंगे कि कोई भी गलती, चाहे…