गुरुओं के बनाए नियम कानून परम्पराएँ और आडंबर मात्र बनकर रह गए !
ओशो जैसे व्यक्ति का जन्म लेना मेरे जैसे लोगों के लिए वरदान ही सिद्ध होता है। जब सारी दुनिया हमसे मुँह फेर लेती है, तब हमें अकेले ही संग्राम-रत रहने की प्रेरणा ओशो जैसी आत्माओं से ही मिलती है। मैं ओशो से सदा प्रभावित रहा हूँ, क्योंकि जब सारा साधु-समाज, ब्राह्मण समाज, क्षत्रिय समाज राजनैतिक…