सकारात्मक सोच

drishtikon badal lo
|

दृष्टिकोण (नज़रिया) बदल लो दुनिया बदल जाएगी

एक ऐसा व्यक्ति था जिसे समाज, सरकार, पुलिस, प्रशासन… किसी पर विश्वास नहीं रहा। उसे हर विभाग भ्रष्ट, हर अधिकारी बेईमान और हर व्यवस्था कमजोर लग रही थी। उसका मन इतना खिन्न हो गया था कि उसे हर तरफ अंधकार ही अंधकार दिखाई देता था। लोगों ने उससे कहा, “तुम्हारी आँखें खराब हो गई हैं।…