सुख

सुख दुःख के साथी
| |

सुख और दुःख में साथ खड़े होने वालों का महत्व: ओशो का दृष्टिकोण

जीवन में जब हम सुखी होते हैं, तो हमारे आसपास बहुत से लोग खड़े नजर आते हैं। यही स्थिति दुःख के समय भी होती है। अक्सर हम मान लेते हैं कि ये लोग, जो हमारे सुख और दुःख में साथ खड़े होते हैं, हमारे अपने हैं। लेकिन क्या वास्तव में ऐसा है? ओशो का कहना…

सुख दुःख भ्रम या वास्तविकता
| |

सुख और दुःख: भ्रम या जीवन के वास्तविक अनुभव ?

विद्वान कहते हैं कि सुख और दुःख केवल भ्रम हैं, असल में न तो कोई सुख है और न ही कोई दुःख। लेकिन क्या यह सच है ? क्या वास्तव में सुख और दुःख केवल हमारी मानसिक स्थिति का परिणाम हैं, या फिर ये जीवन के वास्तविक अनुभव हैं ? यह प्रश्न मेरे मन में…