विश्व

शाश्वत सत्य जिससे अनभिज्ञ था समाज सदियों तक
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वह शाश्वत सत्य जिससे अनभिज्ञ रहा विश्व सदियों तक

अब यदि कोई समझता है कि ये सब मिलकर धर्म, आध्यात्म, देश और मानवता की रक्षा कर पाएंगे, तो उससे अधिक बड़ा मूर्ख इस सृष्टि में कोई नहीं।