तुम क्या जानो पारिवारिक जिम्मेदारी ?
अपने धर्म में क्या बुराई है ? कई हज़ार साल पहले की बात है। एक दिन मेरे पास तुनकू पंडित आया बहुत उल्लास से भरा हुआ। आकर बोला, “बाबा मैंने धर्म परिवर्तन का निश्चय कर लिया है।” “अरे क्यों भाई ? अपने धर्म में क्या बुराई है ?” मैंने उससे जानना चाहा। “अरे बकवास धर्म…